बॉलीवुड की इन 7 फिल्मों की कहानी अपने समय से काफ़ी ज्यादा आगे थी
फिल्में समाज का ही आइना होती है। बॉलीवुड में ऐसे तमाम फिल्में निर्देशित की गई है।जिसमे समाज में होने वाली बुराइयों के बारे में प्रकाश डाला है।
दर्शको को भी ऐसी फिल्में खासा पसंद आती है क्योंकि वो खुद को कहानी से जुड़े हुआ महसूस करते है। तो चलिए जानते है कुछ ऐसी ही फिल्मों के बारे में जो अपने समय से कही आगे थी।
रंग दे बसंती
ओम प्रकाश मेहता के फिल्म की कहानी देश में फैले भ्रष्टाचार पर प्रकाश डालती है। फिल्म में देखा जा सकता है कि दोस्तों का एक ग्रुप है जो भ्रष्ट नेताओं और अधिकारियों को कड़ी टक्कर देता है।
हजारों ख्वाहिशें ऐसी
सुधीर मिश्रा द्वारा निर्देशित फिल्म 2003 में रिलीज की गई थी। इस फिल्म में भारत के सामाजिक और आर्थिक असमानता को बड़े पर्दे पर बखूबी रूप से पेश किया गया था।
फिल्म के मुख्य किरदार का जिक्र करें, तो इसमें शाइनी आहूजा, के. के मेनन और चित्रांगदा सिंह ने अभिनय किया था।
रॉकेट सिंह – सेल्समैन ऑफ द ईयर
रणवीर सिंह की अभिनीत फिल्म रॉकेट सिंह में अभिनेता काफी उम्दा प्रदर्शन किया था।
फिल्म की कहानी ने कई रूढ़ियों को तोड़कर रख दिया।वर्किंग क्लास के बिजनेस के सपनों को भी बखूबी रूप से टटोला।
कार्तिक कॉलिंग कार्तिक
इस फिल्म में मुख्य अभिनेता फरहान अख्तर और दीपिका पादुकोण थे। इस फिल्म की कहानी का जिक्र करे तो ये फिल्म मेंटल हेल्थ जैसे अहम मुद्दों पर आधारित थी।
एक हसीना थी
श्रीराम राघवन द्वारा निर्देशित ये फिल्म मर्डर और रिवेंज ड्रामा बेस्ट थी। ये फिल्म बड़े पर्दे पर 2000 के दशक में रिलीज की गई थी।
इस फिल्म के बॉक्स ऑफिस पर अच्छा रिस्पांस मिला। फिल्म में मुख्य अभिनेता के तौर पर सैफ अली खान और उर्मिला मतोंडकर नजर आई थी।वहीं फिल्म की कहानी दर्शकों को काफी पसंद आई थी।
लक बाय चांस
जोया अख्तर के निर्देशन में बनी फिल्म लक बाय चांस दर्शको को काफी पसंद आई थी। इस फिल्म की कहानी का जिक्र करे तो ये बॉलीवुड के अंधेरे और काले साइट पर प्रकाश डालती है
हनीमून ट्रेवल्स प्राइवेट लिमिटेड
जोया अख्तर के निर्देशन में निर्मित इस फिल्म की कहानी थोड़ी लंबी है, लेकिन ये भारतीय समाज के इर्द-गिर्द बुनी गई फिल्म थी।
हर कपल कहानी में एक नया आयाम लेकर आते देखा गया है। दरअसल फिल्म की कहानी में LGBTQ समुदाय को भी संबोधित किया गया है।