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ट्रिगर पे हाथ रखने वाला शूटर….ऑडिशन में ये डायलॉग बोलते ही सचिन गोले बन गए थे, रॉकी की आवाज

पिछले कुछ सालों से साउथ इंडियन फिल्मों का नॉर्थ इंडिया में क्रेज बढ़ता ही जा रहा है। साउथ इंडियन फिल्में हो या साउथ इंडियन स्टार अब वे सिर्फ़ रिजिनल नहीं नेशनल स्टार बन चुके हैं। साउथ इंडियन स्टार का जलवा तो पर्दे पर रहता नहीं है पर उनकी फराटे दार हिंदी के डायलॉग्स के पीछे किसी न किसी का कमाल रहता है।खूबसूरती के मामले में जीनत अमान को टक्कर देती है रजनीकांत की पत्नी

बाहुबली में प्रभास को शरद केलकर ने और पुष्पा में अल्लू अर्जुन को श्रेयस तलपडे ने अपनी आवाज देकर काफी लोकप्रियता बटोरी है।

हाल ही में रिलीज हुई फिल्म KGF चैप्टर २ में सुपरस्टार यश की आवाज़ बने है सचिन गोले। जैसे-जैसे केजीएफ चैप्टर 2 पर्दे पर धमाल मचाती जा रही है , डबिंग आर्टिस्ट सचिन गोले भी खूब चर्चा में पा रहे हैं।

सचिन गोले डबिंग के फील्ड में नए नही है, वह तकरीबन 14 साल से डबिंग आर्टिस्ट का काम कर रहे है। यश की फ़िल्म केजीएफ चैप्टर 1 में भी वो अपनी आवाज दे चुके है।

सचिन के कैरियर के शुरुआती दिन काफ़ी संघर्ष भरे रहे है। एक्टर बनने का सपना ले कर वो 2008 में मुंबई आए थे। काफ़ी सारे ऑडिशन दिए मगर कोई सफलता नही मिली। कई बार ऐसा भी वक्त रहता था की खाने तक को पैसे नही होते थे।

एक दोस्त की मदद से उनकी पहचान डबिंग आर्टिस्ट गणेश दिवेकर से हुई जिनसे डबिंग की तकनीकियों को उन्होंने सीखा। खर्च चलाने के लिए उन्होंने बैंक में काम भी किया। डबिंग आर्टिस्ट के चुनाव के लिए सचिन समेत कई और सैंपल भी इकट्ठा किए गए लेकिन जब ऑडिशन में सचिन ने डायलॉग

” ट्रिगर पे हाथ रखने वाला शूटर नही होता। लड़की पे हाथ रखने वाला मर्द नही होता अपुन की औकात अपुन को चाहने वालो से ज्यादा कोई समझ नहीं सकता” बोला तो फिल्म मेकर्स ने फौरन ही उनकी आवाज के लिए हामी भर दी।रोहित शेट्टी ने शामिल किया शिल्पा को इंडियन पुलिस यूनिवर्स में, लुक देख आप भी हो जायेगे उनके दीवाने

यश की आवाज़ की डबिंग करने के बाद अपने आवाज़ के दम पर पूरे भारत में अपनी पहचान बना ली है सचिन गोले ने ।

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