जानिए वो किस्सा जब शाहरुख खान के नाना ने लाल किले से उखाड़ था ब्रिटिश हुकूमत का झंडा
एक रिपोर्ट के अनुसार, शाहरुख खान का जन्म सन् 1965 में हुआ था. इनके पिता का नाम ताज मोहम्मद खान और माता का नाम लातीफ फातिमा था.
लातीफ फातिमा को देश के महान सपूत मेजर जनरल शाहनवाज़ खान ने गोद लिया था. इस वजह से शाहरुख खान रिश्ते में नाती हुए.
सन 1943 में जब मेजर जनरल शाहनवाज खान, सुभाषचंद्र बोस के संपर्क में आए और उनसे प्रभावित होकर वह आजाद हिंद फौज में सम्मिलित हो गए.
शाहनवाज़ खान के साथ साथ कई और क्रांतिकारी भी नेताजी की आर्मी में भर्ती हो गए.
सबने साथ मिलकर अंग्रेज़ों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. जिसके कारण उन पर राजद्रोह का मुकदमा भी दर्ज हुआ, परंतु मेजर रुके नहीं.
शाहनवाज खान का जन्म 24 जनवरी 1914 को अविभाजित भारत में हुआ था. पाकिस्तान के रावलपिंडी के मटौर गांव में जन्म लेने के बाद घरवालों ने इनका पालन पोषण बड़े अच्छे से किया.
इनकी पढ़ाई प्रिंस ऑफ वेल्स रॉयल इंडियन मिलट्री कॉलेज, देहरादून से पूरी हुईं. पढ़ाई पूरी करने के बाद ही ये ब्रिटिश इंडियन आर्मी के सदस्य बन गए, मगर नेताजी से प्रभावित होकर ये आजाद हिन्द फौज में सम्मिलित हो गए.
आज़ादी के बाद मेजर शाहनवाज खान कांग्रेस पार्टी से जुड़ गए और वो 1952 से लेकर 1971 तक लगातार चार बार मेरठ से भारत के सांसद रहे. 20 वर्षों से अधिक लगातार यह केंद्र सरकार के मंत्री भी रहेे.
अभी इन दिनों शाहरुख खान का यह किस्सा सोशल मीडिया पर बहुत ही ज्यादा वायरल हो है और लोग शाहरुख खान का यह किस्सा सुनकर पूरी तरह हैरान दिखाई दे रहे हैं।