मधुबाला समेत इन सात अभिनेत्रियों ने अपनी सुन्दरता से 70 के दशक में किया था राज
बॉलीवुड का अपना एक लंबा इतिहास रहा है। कई अभिनेता और अभिनेत्रियों ने अपने कौशल के दम पे बॉलीवुड में नाम कमाया। अलग अलग समय मे अलग अलग अभिनेताओं और अभिनेत्रियों के बोलबाला रहा है। पर इनमे से कई ऐसे भी हैं जो अपने अभिनय, अपने सौंदर्य और अपने व्यक्तित्व के कारण आज भी याद किये जाते हैं। आज हम बात करने वाले हैं ऐसी ही 7 अभिनेत्रियों की जो अपने समय मे तो विख्यात थीं ही लेकिन उनकी खूबसूरती के चर्चे आज भी होते हैं।
मधुबाला
मधुबाला को बॉलीवुड में कौन नही जानता। मधुबाला भारतीय सिनेमा की सबसे खूबसूरत अभिनेत्रियों में से एक हैं। मधुबाला का जन्म 1933 में हुआ था। उन्होंने 40 से 60 के दशक तक बॉलीवुड में काम किया। मधुबाला को भारतीय सिनेमा की ‘मर्लिन मुनरो’ कहा जाता है। मधुबाला का नाम फ़िल्म के लीड एक्टर से पहले लिखा जाता था जो कि उस समय के लिए बहुत बड़ी बात है। मधुबाला का स्टारडम था ही इतना बड़ा। फ़िल्म ‘ मुग़ल-ए-आज़म’ में किया गए अनारकली के रोल को मधुबाला की सबसे बेहतरीन अदाकारी मन जाता है।
वैजन्ती माला
वैजन्ती माला भारतीय सिनेमा के स्वर्ण काल की एक प्रसिद्ध अदाकारा हैं। जिनका जन्म 1936 में हुआ था। वे बॉलीवुड स्टार बनने वाली पहले दक्षिण भारतीय महिला थी और वे ही पहली बॉलीवुड स्टार थी जिन्होंने फ़िल्मफ़ेअर को ठुकरा दिया था।
वैजन्ती माला को उनके शास्त्रीय नृत्य और उनकी आंखों में मासूमियत के लिए पहचान मिली। उनकी सबसे चर्चित फिल्म 1964 में रिलीज हुई ‘संगम’ है जिसमे उन्होंने राज कपूर और राजेंद्र कुमार जैसे सितारों के साथ काम किया था।
रेखा
रेखा को बॉलीवुड में परंपरागत किरदारों से हटकर अभिनय करने के लिए जाना जाता है। रेखा ने स्वतंत्र और दृढ़ किरदार निभाए जिससे वे मेल लीड के रहते भी अपनी अलग पहचान बना सकें। रेखा का जन्म 1954 में हुआ था। रेखा को उनके शुरुआती कॅरिअर में अपने लुक्स को लेकर काफी आलोचनायें झेलनी पड़ी। लेकिन बाद में उन्होंने अपने लुक को पूर्णतया बदल दिया जिसे देखकर सब दंग रह गए। अपने दमदार अभिनय के बल पे रेखा ने इंडस्ट्री में पैर जमा के रखे हैं।
शर्मिला टैगोर
हिंदी और बंगाली सिनेमा की जानी मानी अभिनेत्री शर्मिला टैगोर का जन्म 1944 में हुआ था। 60 के दशक में उनके काजल और डिंपल पर लाखों लोग फिदा हुए। शर्मिला का अंदाज़ निराला था। उन्होंने नवाब मंसूर अली खान पटौदी से शादी की। उनके बेटे सैफ अली खान मशहूर अभिनेता हैं। बात दें कि शर्मिला रवीन्द्रनाथ टैगोर से संबंधित हैं।
नूतन
रूढ़िवाद से अलग हटकर अपने अभिनय की कला दिखाई अभिनेत्री नूतन ने। नूतन उस वक़्त स्लिम फिगर रखने वाली एक्टेस थी जब लोगों को अच्छे डील डौल वाले लोग पसंद थे। उनका जन्म 1936 में हुआ था। नूतन ने 30 साल तक सबसे ज्यादा फ़िल्मफ़ेअर(5 बार) जीतने का रिकॉर्ड कायम रखा जिसे बाद में उन्ही की भतीजी काजोल ने तोड़ा। नेता द्वारा ‘बंदिनी’ में निभाई गयी भूमिका को भारतीय सिनेमा की बेहतरीन अदाकारी मे से एक मन जाता है। नूतन अपने समय की एकमात्रा अभिनेत्री है जिन्होंने 40 की उम्र के बाद भी लीड रोल्स किये और 42 की उम्र में बेस्ट एक्ट्रेस का फ़िल्मफ़ेअर भी जीता।
हेमा मालिनी
बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल कही जाने वाली हेमा मालिनी को यह नाम बिल्कुल शोभा देता है। 1977 में उन्होंने इस नाम की एक फ़िल्म भी की। हेमा का जन्म 1948 में हुआ था। उन्होंने भारत की कालजयी फ़िल्म ‘शोले’ में फीमेल लीड का रोल निभाया है। वे एक कुशल भरतनाट्यम नर्तकी हैं। उन्होंने अभिनेता धर्मेंद्र से शादी की है। वर्तमान में हेमा मालिनी राजनीति के क्षेत्र में सक्रिय हैं।
मीना कुमारी
ट्रेजेडी क्वीन के नाम से विख्यात मीना कुमारी भारतीय सिनेमा की एक ऐसी अभिनेत्री हैं जिनका ऐतिहासिक रूप से कोई मुकाबला नही है। मीना कुमारी का प्रभाव इतना ज्यादा था कि दिलीप कुमार भी उनके आगे नर्वस हो जाते थे। उनका जन्म 1933 में हुआ था। मीना एक कवियत्री भी थी और 50 के दशक में फैशन आइकॉन भी। 1963 के फ़िल्मफ़ेअर में बेस्ट एक्ट्रेस के तीनों नॉमिनेशन मीना कुमारी को ही मिले। हालांकि मीना कुमारी ने 38 साल की छोटी उम्र में ही इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके बारे में कहा जाता है कि इस इंडस्ट्री में कितनी ही महान अभिनेत्रियां होंगी लेकिन दूसरी मीना कुमारी नही होगी।